Tuesday, December 18, 2012

कभी नाम बदल के देखलो जाना ,
जब भी किसी और का नाम हो तुम्हारे जैसा ,
         बड़ी तकलीफ होती है जाना !!

कभी सोचा है तुमने की ,नाम में क्या रखा है जाना ?
नाम एक खुशबु की तरह फैलता है दिलो -दिमाग में जाना ,
        और सांसे रुक सी जाती है जाना !!

अजनबी भले हो , वो नाम वाला फिर भी जाना ,
नजरमे वो तेरी सूरत- सी बना लेता है ,जाना ,
      और आँखे अंधी सी हो जाती है जाना !!

कभी भूले से नाम तेरा लेते जब , जाना ,
आँखों में अजीब प्यार छलकता है जाना ,
      और आँखों में मेघधनुष खिलाता है जाना !!
**ब्रिंदा **

Tuesday, December 4, 2012

કિનારે ઉભેલું એક નામ ,
ખળખળ વહેતી નદીમાં ,
પગલા પાડી ને ઉભેલું એક નામ .

અસ્પૃશ્ય છે તમામ સંબંધોથી ,
ખળખળ વહેતા જળમાં ,
મુળિયા ફેલાવી ઉન્નત ઉભેલું એક નામ .

કિનારે આખા આકાશ ને ખભે લઇ ,
ઉભેલું , એકલું અટુલું  નામ ,
તોયે નદી ને આપતું આકાશી છાંવ .

કિનારે ઉભેલું એક નાનકડું નામ ,
નદી ને શું ? ............. તેને તો વહેવું છે .
નામ ને શું ? .............તેને તો  તરવું / સહેવું  છે .

કિનારે  ઉભેલું નામ,
નદી ને જ પૂછે છે , નદી નું આજે  નામ.!!!
**બ્રિન્દા**

Sunday, December 2, 2012

ख्वाहिशे हज़ारो नहीं,
एक ही ख्वाहिश की ,,,,,
हवा के हर झोंको में तेरी खुशबु आये !

ख्वाहोशों का क्या है ,
जब कही से भी गुजरू ,
उस हर जगह के कोने में ,बस तुं नझर आये  !

ख्वाहिशें वैसे कहा सबकी पूरी  होती है ,
मेरी ख्वाहिश करने से पहेले ,
तेरी आवाज़ मुझे आये !

कभी लगे के  मेरी हर साँस तेरी ही बदौलत है ,
पर जब में आखरी साँस लू ,
मेरी नज़र के सामने बस तुं  आये !

ख्वाहिश बस इतनी सी ,
आज में पढूं नज़्म किसीकी  लिखी ,
कल झमाना पढ़े मेरी नज़्म तेरे लिए लिखी !!
**ब्रिंदा**