Tuesday, April 10, 2012

गर, कोई मुझे पूछे,
कौन सा शब्द है तुम्हे प्यारा? ?
तो मैं कहो क्या कहुं?
कैसे कहदूं उसे मैं नाम तुम्हारा ? ?

पर ना....,
तुम्हारा नाम लेते वक्त,
छा जाता है स्पंदनो का वलय,
और उसमे खो जाती है, मेरी आंख, मेरी सांस,
तो कहो,मैं कैसे सरल आवाझ मे बोलुं नाम तुम्हारा ? ?

मगर हां....,
वो चूप्पी,वो देखना, वो आंखो मे मुस्कुराना तुम्हारा,
दिल के नभ पे छा जाना काले बदलो की तरह,
तो बीना भिगे कैसे पुकारूं मैं नाम तुम्हारा ? ?

गर, अच्छा हो कोई ना पुछे,
कौन सा शब्द तुम्हे है प्यारा! ? ?
**ब्रिंदा**

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